Home देश विदेश देश में फिर कोरोना की दस्तक! जानें कितना खतरनाक है नया सब-वैरिएंट JN.1,डरें या नहीं? जानें एक्सपर्ट Advice

देश में फिर कोरोना की दस्तक! जानें कितना खतरनाक है नया सब-वैरिएंट JN.1,डरें या नहीं? जानें एक्सपर्ट Advice

0
देश में फिर कोरोना की दस्तक! जानें कितना खतरनाक है नया सब-वैरिएंट JN.1,डरें या नहीं? जानें एक्सपर्ट Advice
कोरोना वायरस का जेएन.1 वेरिएंट कितना खतरनाक.

JN.1 Corona Variant: पिछले तीन सालों में कोरोना संक्रमण से हुई भीषण तबाही के बाद देश-दुनिया ने राहत की सांस ली ही थी कि इस बार फिर से कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है. दक्षिणी राज्य केरल में एक दिन में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से एक बार फिर से खौफ का मौहाल पैदा कर दिया. 24 घंटों में कोरोना के कुल 328 नए मामले (Covid New Sub-Variant JN.1) सामने आए हैं और इस दौरान एक शख्स की कोरोना से मौत भी हुई है. देश में कोरोना संक्रमण के कुल 2997 एक्टिव मामले है. केंद्र ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक भी की, इस बैठक में संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं.

केरल में कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 सामने आने के बाद खौफ का माहौल है. केंद्र सरकार भी नए वेरिएंट के मिलने के बाद अलर्ट मोड पर आ गई है. केंद्र ने सोमवार को ही अलर्ट जारी कर दिया. कोरोना के नए जेएन.1 वेरिएंट का पहला मामला 8 दिसंबर को पाया गया, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को जरूरी कोरोना नियमों के पालन का आदेश जारी कर दिया. केरल की एक महिला में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 के सब वेरिएंट की पहचान की गई. यह बीए 2.86 का करीबी वेरिएंट है. दुनियाभर में कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पैर पसारने लगा है.

कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के क्या हैं लक्षण

  • बुखार
  • बहती नाक
  • गला खराब होना
  • सिर दर्द
  • कुछ मामलों में गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल समस्याएं
  • अत्यधिक थकान
  • थकावट और मांसपेशियों में कमजोरी

देश में कोरोना के JN.1 वेरिएंट के कितने मामले?

JN.1 वैरिएंट SARS-CoV-2 का एक सब-वेरिएंट है. इस वेरिएंट को ओमीक्रॉन फैमिली का माना जा रहा है. कर्नाटक में कोरोना के सब-वैरिएंट JN.1 के मामले बढ़ने के बीच राज्य के निजी स्कूलों को हेल्थ गाइडलाइन्स फॉलो करने के लिए कहा गया है. देश भर में अब तक JN.1 सब-वेरिएंट के कुल 21 कोविड-19 मामलों का पता चला है.

कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 से कितना खतरा?

केरल में कोविड का नया सब-वेरिएंट JN.1 (Covid New Sub-Variant) मिलने के बाद केंद्र ने सभी राज्यों से इंफ्लूएंजा जैसी बीमारियों पर नजर रखने और रिपोर्ट देने को कहा है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में क्लासिफाइड कर दिया है. हालांकि, WHO का कहना है कि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है. WHO का कहना है कि मौजूदा वैक्सीन JN.1 और कोविड-19 वायरस के अन्य सर्कुलेटिंग वेरिएंट्स से होनी वाली गंभीर बीमारी और मौत से रक्षा करते हैं.

कोरोना के नए वेरिएंट पर एक्सपर्ट की राय

WHO की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने आगाह करते हुए कहा कि कोरोना को सामान्य सर्दी नहीं मानना चाहिए. जो लोग गंभीर रूप से बीमार हैं या लंबे समय से परेशानी झेल रहे हैं, ऐसे लोगों को ज्यादा जोखिम है. इसकी वजह से दिल के दौरे, स्ट्रोक और मानसिक स्वास्थ्य जैसी समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है. विशेषज्ञ ने इस बात पर जोर दिया कि नया वेरिएंट अधिक संक्रामक है, लेकिन इसकी वजह से अस्पताल में भर्ती शायद ही होना पड़े. दरअसल भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के बाद लोगों को नए वायरस से खतरा कम ही है. डॉ. स्वामीनाथन ने यह भी कहा कि भारत का हेल्थ सिस्टम 2020 में कोरोना की पहली लहर और 2021 में घातक डेल्टा लहर के समय से काफी दुरुस्त हो गया है. देश कोरोना के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए तैयार है. डॉ. स्वामीनाथन ने लोगों को कोरोना को लेकर सावधानियां बरतने पर जोर दिया.

कोरोना के JN.1 वेरिएंट पर WHO की चेतावनी

WHO के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में डॉ. मारिया वान केरखोव (अमेरिकी महामारी विशेषज्ञ) ने श्वांस संबंधी बीमारियों कोविड-19 और जेएन.1 सब-वैरिएंट में मौजूदा उछाल के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि WHO स्थिति का आकलन कर रहा है. इन छुट्टियों के मौसम में अपने परिवार और दोस्तों को सुरक्षित रखने के लिए WHO की सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाह का पालन करें. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मौजूदा सबूतों के आधार पर कोविड के नए सब-वैरिएंट JN.1 से वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम का खतरा फिलहाल तो कम ही है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here