सस्ते लोन के लिए इंतजार कर रहे लोगों को अभी और इंतजार करना होगा. होम लोन, कार लोन और अन्य लोन की ईएमआई (EMI) में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है. दरअसल RBI ने रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया है. ब्याज दरों में लगातार पांचवीं बार कोई भी बदलाव नहीं किया गया है, मतलब आप लोग की EMI जितनी भर रहे थे, आगे भी उतनी ही भरनी होगी. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (RBI Monetary Policy Committee) की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक (MPC Meet) में यह ऐलान किया गया.
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RBI ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव
8 दिसंबर को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Shaktikanta Das) द्वारा बैठक में किए गए फैसलों के बारे में बताया गया कि RBI ने रेपो रेट (Repo Rate) में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करते हुए इसको 6.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा है, यानी कि ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है. आपके होम लोन, कार लोन की ईएमआई (EMI) पहले जितनी ही चुकानी होगी.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में हुए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि एमपीसी के सभी छह सदस्यों ने परिस्थितियों पर गौर करने के बाद रेपो रेट में बदलाव न करने पर सहमति जताई. आम सहमति से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला किया गया.
#RBI‘s Monetary Policy Committee decides to keep Policy repo rate unchanged at 6.5%, Standing deposit facility rate remains at 6.25%, MSF and Bank rate 6.75% : Governor Shaktikanta Das#RepoRate @RBI @FinMinIndia @nsitharaman pic.twitter.com/9dJbDASsRi
— All India Radio News (@airnewsalerts) December 8, 2023
EMI चुकाने वालों को राहत नहीं
दरअसल लोन की EMI भरने वालों को इस बात का बेसब्री से इंतजार था कि RBI अगर रेपो रेट में कटौती करती है तो उन पर ईएमआई का कुछ हद तक बोझ जरूर कम हो जाएगा, लेकिन समीक्षा बैठक में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. रेपो रेट को लगातार पांचवीं बार 6.5% पर बरकरार रखा गया है.
RBI ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया, वहीं खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.4 प्रतिशत पर बरकरार रखा. रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का मतलब है कि घर, वाहन समेत अन्य लोन पर EMI में कोई बदलाव नहीं होगा.
रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर बरकरार
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बुधवार से शुरू हुई तीन दिन की बैठक में किए गये फैसले की जानकारी देते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, “MPC के सभी छह सदस्यों ने परिस्थितियों पर गौर करने के बाद आम सहमति से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखने का फैसला किया.” इसके साथ, एमपीसी ने उदार रुख को वापस लेने के अपने रुख पर कायम रहने का भी फैसला किया.
शक्ति कांत दास ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और हमारी बुनियाद सृदृढ़ है. जीएसटी संग्रह, पीएमआई (परजेचिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे महत्वपूर्ण आंकड़े मजबूत बने हुए हैं. इन सबको देखते हुए चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है. RBI ने पहले वृद्धि दर 2023-24 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था. खुदरा महंगाई दर चालू वित्त वर्ष में 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान बरकरार रखा गया है.