IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने 3-1 की अजेय बढ़त बना ली है. रांची में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के नेतृत्व में टीम इंडिया (Team India) ने 5 विकेट से शानदार जीत हासिल कर सीरीज पर कब्ज़ा कर लिया है. इस मैच में भारतीय युवाओं का प्रदर्शन काफी शानदार रहा. विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने मैच की दोनों पारियों में बेहतरीन बल्लेबाजी की, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया. वही, इस मैच में अपना डेब्यू कर रहे आकाशदीप ने भी अपनी गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया.
सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा. रांची टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने युवा खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की. साथ ही उन खिलाड़ियों को एक कड़ा संदेश भी दिया, जो भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाना चाहते हैं.
रोहित ने क्या कहा?
मैच के बाद हुए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने टेस्ट टीम के लिए दावेदारी पेश करने वाले खिलाड़ियों के लिए एक सख्त संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा कि टीम में केवल उन्ही खिलाड़ियों को जगह दी जाएगी, जो खेल के इस कड़े प्रारूप में सफलता की भूख दिखाएंगे. ऐसे में इंटरव्यू में रोहित ने साफ़ कर दिया है कि वो अपनी टीम में किस तरह की परतिभा को तव्वजों देंगे. रोहित ने कहा, ‘जिन लोगों के अंदर भूख है हम उन्ही खिलाड़ियों को मौका देंगे. जिनके अंदर भूख ही नहीं है तो उन्हें मौका देने का कोई मतलब ही नहीं बनता है.’
अय्यर और ईशान किशन की तरफ था इशारा
रोहित (Rohit Sharma) के इस बयान को लोग ईशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) से जोड़ रहे हैं. दरअसल हाल ही में बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को घरेलु क्रिकेट को प्राथमिकता देने का आदेश दिया था. टीम इंडिया से बाहर चल रहे ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को भी रणजी ट्राफी में हिस्सा लेने के लिए कहा गया था, लेकिन इन दोनों ने बीसीसीआई के इस निर्देश को नजरअंदाज कर दिया.
ईशान अपनी घरेलु टीम झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी नहीं खेले. उन्हें आईपीएल की अपनी टीम मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ आगामी सीजन की तैयारियों के लिए ट्रेनिंग करते देखा गया. वही, अय्यर ने पीठ की चोट का हवाला देकर रणजी ट्राफी में खेलने से मना कर दिया. जबकि, मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी बातें सामने आ रही है कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने ऐसी किसी चोट के बारे में जानकारी नहीं दी है.
टेस्ट क्रिकेट सबसे कठिन प्रारूप- रोहित शर्मा
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने टेस्ट क्रिकेट के महत्व को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा, ‘मेरी नजर में यहां कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो भूखा न हो. सभी लड़के जो यहां हैं और जो नहीं हैं, वे सभी खेलना चाहते हैं. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आपको मौके काफी कम मिलते हैं. जो खिलाड़ी इस मौके का फायदा नहीं उठाते वो चले जाते हैं.’ बिना किसी का नाम लिए रोहित ने टीम प्रबंधन द्वारा तय किए गए कड़े चयन मानदंडों की ओर इशारा किया.
पत्रकार के द्वारा यह पूछने पर कि टी20 लीग युवा खिलाड़ियों के बीच टेस्ट क्रिकेट खेलने की चाहत को प्रभावित कर रही है? तो रोहित ने कहा, टेस्ट क्रिकेट इस खेल का सबसे कठिन प्रारूप है और इसमें सफलता पाने के लिए आपकों भूख दिखानी पड़ेगी. यह पता चल जाता है कि किसको इसके लिए भूख नहीं है और कौन यहाँ नहीं रहना चाहता है. जिन लोगों को भूख है, कठिन परिस्थितियों में खेलना है, उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी. यह सरल सी बात है.”
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